आपको बच्चों की मालिश क्यों करनी चाहिए?
मालिश भारतीय परवरिश शैली का एक अभिन्न भाग है| जानना चाहेंगे कैसे? तो आइए आगे पढ़ें|
यहाँ हम बच्चों की मालिश के बारे में कुछ तथ्यों और आम बातों की तुलना करेंगे –
तथ्य – बच्चों की मालिश करने से उन्हे शांति मिलती है| मालिश बच्चे की केंद्रीय सुनयुतन्त्र को उभारता है, दिमाग़ मे सीरेटोनिन , एक खुशी उत्तेजक हॉर्मोने के उत्पादन मे मदद करता है और कॉरटिसॉल, एक तनाव हॉर्मोने के उत्पादन को कम करने मे मदद करता है|
तथ्य – कोई भी व्यक्ति जो एक छोटे बच्चे को आत्मविश्वास और कोमलता के साथ संभाल सके, और बच्चे के लिए प्यार महसूस कर सके, वह उसकी मालिश कर सकता है| इसलिए माता-पिता बच्चे को मालिश देने के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं| माता-पिता मालिश करते-करते बच्चे से बात-चीत कर सकते हैं, उसके साथ आँखो से संपर्क बना सकते हैं, या फिर कोई भी गाना गुनगुना सकते हैं| यह बच्चे को उत्तेजित करने,उससे महत्वपूर्णा रिश्ता बनाने और उसका शारीरिक विकास करने में सहायता करता है|ऐसे माता पिता और बच्चे ज़्यादा सार्थक समय बिता सकते हैं|
तथ्य – बच्चे की त्वचा की कोमलता से मालिश करनी चाहिए क्योंकि त्वचा उत्तेजना से दिमाग़ और शरीर का समन्व्य सुधरता है|
तथ्य – नाक या कान का आकर माता-पिता से विरासत मे मिलता है| इसे दायें या बायें खीचने से आकार परिवर्तित नही होगा|
बच्चे के पेट की मालिश कोमलता से घड़ीकी दिशा मे करने से उदरशूल और पेट फूलना कम होता है| मालिश के बाद गरम पानी से स्नान करने पर बच्चे को सोने मे मड्ड मिल सकती है| अपने बच्चो की मालिश सही कारानो से और सही उम्मीदों से करें| उससे बंधन बनायें, उससे प्यार करें, क्योंकि बचपन के ये क्षण अनमोल हैं|
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